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Poetry

Kuch Bhi Toh Nahi.....

 

कुछ भी तो नहीं

 

कुछ भी तो नहीं ठीक-से हुआ

बचपना , समझदारी

दोस्ती , दुश्मनी

प्रेम , परिवार

तंदरुस्ती , बीमारी

हँसना  , रोना

नींद , जागना

रेंगना , तनकर खड़े रह पाना

--- कविता भी नहीं

 

कामदी हुआ , त्रासदी

          ठीक-से जीवन

इसीलिए डरता हूँ ---

ठीक -से मरूँगा तो ?

 

n      -- नंदकिशोर आचार्य

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